किसी भी दंपति के लिए संतान का सुख परम सुख होता है! ऐसे में वह हर मुमकिन कोशिश करते हैं की उनके घर में सही समय पर किलकारियां गूंजे लेकिन कुछ माँ ऐसी हैं जिनके लिए माँ बनना इतना आसान नहीं होता। लेकिन IVF जैसी तकनीक की वजह से अब ऐसी महिलाऐं भी माँ बन सकती हैं जिनके लिए माँ बनना मुश्किल है। IVF की प्रक्रिया में कई तरह से एक महिला को अपना ध्यान रखना पड़ता है। वैसे तो IVF भले ही चुनौतियों से भरा सफर है लेकिन इसकी मंजिल उतनी ही खूबसूरत है। एक सफल IVF प्रक्रिया के दौरान खान-पान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे की आखिर IVF के दौरान महिलाओं को या खाना चाहिए (Food during IVF treatment) जिससे उनके सफलतापूर्वक माँ बनने की सम्भावना ज़्यादा से ज़्यादा हो।
IVF के दौरान संतुलित डाइट का महत्व (Balanced Diet During IVF)
संतुलित डाइट से शरीर को वो सभी ज़रूरी पोषक तत्व मिलते हैं जिनकी IVF के दौरान सबसे ज़्यादा जरुरत होती है। उचित पोषक तत्वों से अंडे में सुधार, हॉर्मोन बनने में सहायता, और IVF की प्रक्रिया के सफल होने की संभावना बढ़ती है।
सफल IVF के लिए आवश्यक पोषक तत्व (Nutrients for Successful IVF)
ओमेगा-3 फैटी एसिड: फैटी मछली, अलसी के बीज और अखरोट में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड से सूजन कम होती है और गर्भाशय में खून के बहाव के सुधार में मदद मिलती हैं।
फॉलिक एसिड: पत्तेदार साग, खट्टे फल, और फोर्टिफाइड अनाज में पाया जाने वाले फॉलिक एसिड कोशिका विभाजन (cell division) और भ्रूण विकास के लिए ज़रूरी हैं।
एंटीऑक्सीडेंट: एंटीऑक्सीडेंट अंडे और शुक्राणु को ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाते हैं। यह जामुन, नट्स और रंगीन सब्जियों में पाया जाता है।
आयरन: लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और शरीर में ऊर्जा बनाए रखने के लिए आयरन का सेवन ज़रूरी है। लीन मीट, फोर्टीफ़िएड सीरियल और हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में आयरन पाया जाता है।
विटामिन डी और प्रोटीन: कोशिकाओं की मरम्मत और हॉर्मोन के उत्पादन में प्रोटीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीँ विटामिन डी से मासिक धर्म चक्र और अंडे की क्वालिटी में सुधार आता है।
IVF में क्या खाएं (What to eat during IVF)
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
आईवीएफ करवाने वाली महिलाओं को अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां ज़रूर खानी चाहिए। ऐसा करने से आपको भरपूर मात्रा में आयरन और ज़रूरी पोषक तत्व को मिलेंगी ही साथ ही आपके शरीर में एनर्जी बनी रहेगी।
फलों का सेवन
खट्टे फलों से IVF प्रक्रिया में फायदा मिलता है। फलों से शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं जिनकी मदद से आपका स्वास्थ सही रहता है। आप संतरे , मंदारिन , नींबू , अंगूर , एवोकाडो, और पोमेलो जैसे फल खा सकती हैं।
सैल्मन फिश से मिलेगा ओमेगा-3 एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी पूरी करने के लिए आप आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान पकी हुई सैलमन फिश खा सकती हैं। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा सोर्स होता है। सैल्मन फिश से शरीर में एस्ट्रोजन सुतंलित सही रहता है और ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर करने में भी मदद मिलती है।
नट्स और सीड्स से मिलेंगे पोषक तत्व
IVF ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को आयरन भरपूर मात्रा में लेना चाहिए। यह कमी नट्स और सीड्स के सेवन से पूरी की जा सकती है। नट्स और सीड्स ना ही केवल आयरन की कमी पूरी करते है बल्कि इनको खाने से एनीमिया होने का जोखिम कम से कम रहता है। आप बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज, और कद्दू के बीज खा सकती हैं।
हाइड्रेशन है ज़रूरी
वैसे तो हाइड्रेटेड हर किसी को ही रहना चाहिए लेकिन जब बात उन महिलाओं की आती है जो IVF ट्रीटमेंट ले रही हैं तो हाइड्रेटेड रहना अनिवार्य हो जाता है। आपको कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए।
IVF ट्रीटमेंट के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए (Foods to Avoid During IVF Treatment)
रिफाइंड शुगर
जिन खाद्य पदार्थों में रिफाइंड शुगर का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें IVF ट्रीटमेंट के दौरान नहीं खाना चाहिए। हो सकता है थोड़ी देर के लिए आपको अच्छा लगे लेकिन रिफाइंड शुगर आपके लिवर पर दबाव बनती है जिससे आपके फर्टिलिटी प्रोसेस में कठिनाई आ सकती है।
कच्चे अंडे
मायोनीज़ और सलाद की ड्रेसिंग में मिलाए जाने वाले कच्चे अंडे से साल्मोनेला वायरस को आपके शरीर में शरण मिल सकती है। यह बैक्टीरिया फूड पॉइज़निंग होने का सबसे मुख्य कारण होता है। ध्यान रखें की जब भी आप अंडे खाएं वह सही तरह से पके हों।
कैफीन
विशेषज्ञों की मानें तो IVF ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को कम से कम मात्रा में कैफीन का सेवन करना चाहिए। अधिक कैफीन के सेवन से गर्भपात की दर बढ़ जाती है।
सी फ़ूड से करें परहेज़
कच्चा और अधपका सी फ़ूड मरकरी के स्तर को बढ़ा सकता है जिससे भ्रूण के विकास में नुकसान हो सकता है।
शराब से बनाएं दूरी
शराब के सेवन से अनियमित ओव्यूलेशन होने की संभावना होती है। इतना ही नहीं शराब अंडाणुओं की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
पनीर या चीज़
पनीर या चीज़ से लिस्टेरिया संक्रमण हो सकता है। गर्भवती महिलाओं की यह बीमारी आसानी से होने की संभावना होती है। यदि आप चाहती हैं की आपका IVF ट्रीटमेंट सफ़लतपूर्वक हो तो पनीर और चीज़ से दूरी बनाएं रखें।
इनसे भी बनाएं दूरी
ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थ के साथ आप नीचे दो गई चीज़ों से भी परहेज़ करें:
- फुल-फैट मिल्क
- ऐसी मछलियां जिसमें मर्करी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है
- प्रोसेस्ड मीट
- कार्बोनेटेड ड्रिंक, जिसमें शुगर का स्तर ज्यादा हो
- सिगरेट
- कच्चा मांस या मछली
IVF डाइट प्लान (IVF Diet Plan)
आप नाश्ते में स्मूदी का सेवन कर सकती हैं। स्मूदी बनाने के लिए आप केले, पालक, ब्लूबेरी, चिया के बीज, बादाम और दूध का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलवा आप एवोकाडो टोस्ट के साथ एक पका हुआ अंडा भी खा सकती हैं। वहीं दोपहर में आप सलाद खा सकती हैं। सलाद बनाने के लिए आप मिक्स्ड ग्रीन्स, उबले हुए छोले, चेरी टमाटर, खीरा, और नींबू को ड्रेसिंग का इस्तेमाल कर सकती हैं। डिनर में आप ग्रिल्ड सैल्मन ब्रोकोली को शकरकंद के साथ खा सकती हैं।
निष्कर्ष
आपको बता दें कि IVF ट्रीटमेंट में खान-पान प्रमुख भूमिका निभाता है। ऐसे में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसका विशेष ध्यान रखना है। कोशिश करें कि अधिक मात्रा में पौष्टिक तत्वों का सेवन करें और हानिकारक पदार्थों से दूरी बनाएं रखें। किसी भी डाइट को अपने नियम में शामिल करने से पहले अनुभवी डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें। क्योंकि हर महिला का शरीर अलग होता है, ऐसे में किसको क्या नुकसान करें, इसका पता नहीं चलता। इसलिए ज़रूरी है कि आप डॉक्टर से व्यक्तिगत आहार योजना बनवाएं, उसका पालन करें। आप Crysta IVF के अनुभवी डॉक्टरों से भी सलाह ले सकती हैं। आज ही 8938935353 पर कॉल करें और मुफ्त में परामर्श लें।
सही खान-पान के साथ आप नियमित व्यायाम भी कर सकती हैं। इसी के साथ आपको तनाव प्रबंधन करना आना चाहिए और पर्याप्त नींद भी लेनी चाहिए। ताकि प्रजनन क्षमता और समग्र कल्याण को अनुकूलित किया जा सके।