एक एंब्रायोलोजिस्ट Embryologist आप लोगों की प्रजनन से जुड़ी कइ समस्याओं को हल करते हैं लेकिन जब उन्हें यह सूचना देनी होती है कि सारी कोशिशों के बावजूद उन्हें कामयाबी नहीं मिली तो वो अपनेआप को बहुत ही असहाय महसूस करते हैं। आमतौर पर एग्स फ़र्टिलाइज़ हो जाते हैं। ऐसा बहुत ही कम बार होता है कि लंबे समय तक सारी कोशिशें करने के बावजूद एग्स फर्टिलाइज होने में कोई समस्या हो। ऐसा क्यों होता है और सबसे ज्यादा जरूरी बात यह है कि क्या इसका कोई इलाज है।
फ़र्टिलाइज़ ना होने के कारण
(causes of non-fertilization)
- ऐसे कुछ कारण हैं जिनकी वजह से एग्स फर्टिलाइज नहीं हो पाते हैं। तो चलिए अब हम इन कारणों के बारे में पता करते हैं।
- अगर एग्स की गुणवत्ता खराब है तो ऐसी स्थिति में ये फर्टिलाइज़ नहीं हो पाते हैं।
- इस बात की भी संभावना है कि एग एक्टिवेट ना हुआ हो और उसने फर्टिलाइजेशन के चरण में भाग ही न लिया हो। एग के एक्टिवेशन का फेल होना फर्टिलाइजेशन के विफल होने के सबसे बड़े कारणों में से एक है।
क्या आपको आईवीएफ प्रक्रिया अपनानी चाहिए
(Should you go for IVF procedure?)
आईवीएफ एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका परिणाम आम तौर पर सकारात्मक ही होता है। लेकिन इस प्रक्रिया को अपनाने की हिदायत हर किसी को नहीं दी जाती है। तो चलिए यह जानने की कोशिश करते हैं कि आपको इसे कब अपनाना चाहिए।
ब्लॉक हुई फैलोपियन ट्यूब
(blocked fallopian tube)
अगर आपकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक (Blocked Fallopian Tube) है तो यह स्पर्म को एग्स के संपर्क में आने में बाधा डाल सकती है। इससे एग्स फर्टिलाइज होने में समस्या पैदा हो सकती है।
स्पर्म में कमी होना
(lack of sperm)
अगर आपके स्पर्म में कोई कमी है जैसे उसकी गतिशीलता, संख्या आदि तो ऐसे में आप आईवीएफ का रुख कर सकते हैं। इस तरह की कमी होने पर आईवीएफ ट्रीटमेंट ही सबसे अच्छा माना जाता है।
दूसरे ट्रीटमेंट की असफलता
(failure of second treatment)
आम तौर पर जब सारे ट्रीटमेंट विकल्प असफल हो जाते हैं तो ऐसे में आईवीएफ ट्रीटमेंट चुनने का विकल्प दिया जाता है। यह ट्रीटमेंट सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है क्योंकि यह सामान्य तौर पर सफल होता है।
इसके अलावा अगर आप अनियमित ऑव्यूलेशन, एग्स की ख़राब गुणवत्ता, बढ़ती उम्र, एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis) जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो भी आपको इस विकल्प को अपनाना चाहिए।
आईवीएफ कैसे किया जाता है
(How is IVF done?)
आईवीएफ को चुनने से पहले इसके बारे में सब कुछ जानना बहुत जरूरी है जिससे कि आप इसके लिए मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार रहें। तो चलिए आईवीएफ के बारे में जानने की कोशिश करते हैं:
ओवरी में एग्स को बढ़ाने के लिए इंजेक्शन दिए जाते हैं – महिलाओं की ओवरी में एग्स की संख्या को बढ़ाने के लिए उन्हें डॉक्टर इंजेक्शन देते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा एग्स बन सकें। ऐसे में आईवीएफ के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
एग्स को निकालने का प्रोसेस
(Egg removal process)
इंजेक्शन के लगभग 10 दिन के बाद पूरी तरह से विकसित हुए एग्स को ओवरी से बाहर निकालने का प्रोसेस शुरू किया जाता है। ट्रांसवेजाइनल स्कैन या लेप्रोस्कोपी से इन अंडों को प्राप्त किया जाता है। इस प्रोसेस में महिला को एनेस्थीसिया दिया जाता है और इन एग्स को एक खास तरह के कंटेनर में ही रखा जाता है।
स्पर्म या सीमन का सैंपल लिया जाता है
(Sperm or semen sample is taken)
जिस समय एग्स को प्राप्त किया जाता है उसी समय स्पर्म का सैंपल भी लिया जाता है। इस सैंपल को लैब में भेजा जाता है जहां पर सबसे स्वस्थ स्पर्म को चुना जाता है।
एग्स और स्पर्म मिलाए जाते हैं
(Eggs and sperm are mixed)
एग्स और स्पर्म को लैब में इनक्यूबेट किया जाता है। यह प्रोसेस लगभग 1 दिन का होता है और इसका परिणाम एक या दो दिन के बाद ही सामने आता है। लगभग चार दिन के बाद निषेचित एग को एक खास प्रोसेस की सहायता से महिला के गर्भाशय में डाला जाता है।
आईवीएफ का परिणाम पूरी तरह से इस बात पर आधारित होता है कि यह निषेचित एग्स गर्भाशय की परत से जुडते हैं या नहीं। बचे हुए फर्टिलाइज्ड एग्स का क्या करना है इसका फैसला दंपति करते हैं।
अगर आपके एग्स को भी फर्टिलाइज होने में दिक्कत हो रही है या फिर आप वह दंपति हैं जिन्हें संतान सुख नहीं मिल पा रहा है तो आपको क्रिस्टा आईवीएफ (Crysta IVF) के पास परामर्श के लिए जाना चाहिए। यह हेल्थ केयर सेंटर सबसे विश्वसनीय आईवीएफ हॉस्पिटल (IVF Hospital) में से एक है। इसने बड़ी संख्या में दंपतियों को माता-पिता बनने का सुख प्रदान किया है। यहां के डॉक्टर बहुत ही अच्छा काम करते हैं और सकारात्मक परिणाम देने के लिए ही जाने जाते हैं।