क्या है पीसीओएस? लक्षण, कारण और सही इलाज के उपाय

Dr. Kirti Gupta

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Dr. Kirti Gupta

Written By Crysta IVF

January 31, 2025

Last Edit Made By Crysta IVF

February 6, 2025

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PCOS, यानी Polycystic Ovary Syndrome, एक हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी समस्या है, जो विशेष रूप से महिलाओं को प्रभावित करती है। यह एक सामान्य स्थिति है, जो महिलाओं के अंडाशय (ovaries) में सिस्ट (cysts) बनने का कारण बनती है। इसके साथ ही यह महिलाओं के हार्मोनल स्तर को प्रभावित करता है, जिससे मासिक धर्म चक्र (menstrual cycle) अनियमित हो जाता है और शरीर में अन्य बदलाव भी आते हैं।

पीसीओएस एक ऐसी समस्या है, जो न केवल शारीरिक रूप से प्रभावित करती है बल्कि मानसिक रूप से भी महिलाओं को परेशान कर सकती है। यह स्थिति अक्सर युवावस्था या प्रजनन आयु (reproductive age) में शुरू होती है और यह जीवन के विभिन्न चरणों में महिलाओं को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण महिलाओं को वजन बढ़ने, चेहरे पर अनचाहे बाल, मुँहासे जैसी समस्याएं होती हैं।

इस ब्लॉग में हम पीसीओएस के कारण, लक्षण, निदान, उपचार, और घरेलू उपायों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, पीसीओएस से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जो महिलाओं के लिए बहुत मददगार साबित हो सकती हैं।

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पीसीओएस के लक्षण (Symptoms of PCOS)

PCOS के लक्षण हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं। हालांकि कुछ लक्षण सामान्य होते हैं, जो अधिकतर महिलाओं में देखे जाते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर पीसीओएस का समय रहते उपचार किया जा सकता है। पीसीओएस का सबसे आम लक्षण अनियमित मासिक धर्म होता है, जो इस स्थिति के बारे में संकेत देता है। लेकिन इसके अलावा, चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल, मुँहासे, वजन बढ़ना, और सिर के बालों का पतला होना भी इसके अन्य प्रमुख लक्षण हैं।

कुछ महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य पर भी पीसीओएस का असर पड़ सकता है। मानसिक तनाव, अवसाद और चिंता जैसी समस्याएं इस हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकती हैं। यह स्थिति महिलाओं की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे गर्भधारण में कठिनाई होती है। पीसीओएस से प्रभावित होने वाली महिलाएं गर्भधारण के लिए समय पर उपचार और ध्यान लेने की सलाह दी जाती है।

इसलिए, यदि किसी महिला को पीसीओएस के कोई लक्षण महसूस होते हैं, तो उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि सही निदान और उपचार शुरू किया जा सके।

लक्षण:

  1. अनियमित मासिक धर्म (Irregular Periods):
  2. पीसीओएस की सबसे प्रमुख समस्या अनियमित मासिक धर्म की होती है। इस स्थिति में महिला का मासिक धर्म कभी बहुत कम समय में आता है या कई महीनों तक रुक जाता है। कभी-कभी, पीसीओएस के कारण मासिक धर्म पूरी तरह से बंद हो सकता है।

  3. चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल (Excessive Hair Growth):
  4. पीसीओएस में महिलाओं के शरीर में अधिक मात्रा में अनचाहे बाल उगने लगते हैं। ये बाल चेहरे पर, ठोड़ी, ऊपरी होंठ, पेट, पीठ और छाती पर होते हैं। ये बाल पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) के उच्च स्तर के कारण उगते हैं।

  5. मुँहासे और तैलीय त्वचा (Acne and Oily Skin):
  6. पीसीओएस के कारण महिलाओं को मुँहासे और तैलीय त्वचा की समस्या हो सकती है। अधिक टेस्टोस्टेरोन के कारण, त्वचा पर अधिक तेल का निर्माण होता है, जो मुँहासे उत्पन्न करता है।

  7. वजन बढ़ना (Weight Gain):
  8. पीसीओएस में महिलाओं को वजन बढ़ने की समस्या होती है, खासकर पेट के आसपास। इसके कारण इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) बढ़ता है और वजन नियंत्रित करना कठिन हो जाता है।

  9. सिर के बालों का पतला होना (Thinning of Hair on Scalp):
  10. पीसीओएस के कारण सिर के बाल पतले हो जाते हैं। यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में पुरुष हार्मोन (Testosterone) के अधिक स्तर के कारण होता है।

  11. गर्भधारण में कठिनाई (Difficulty in Conception):
  12. पीसीओएस के कारण अंडाशय में सिस्ट बनते हैं, जिससे अंडाणु का उत्पादन (ovulation) ठीक से नहीं होता है। इसके कारण गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है।

  13. मानसिक स्वास्थ्य पर असर (Mental Health Issues):
  14. पीसीओएस से प्रभावित महिलाओं को मानसिक समस्याएं जैसे चिंता, तनाव, और अवसाद (Depression) हो सकती हैं। हार्मोनल असंतुलन इन मानसिक समस्याओं को बढ़ा सकता है।

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पीसीओएस के कारण (Causes of PCOS)

PCOS के कारणों का पता पूरी तरह से नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ प्रमुख कारणों को पहचाना गया है, जो इस स्थिति को उत्पन्न कर सकते हैं। इस स्थिति का एक मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है। इस बढ़े हुए टेस्टोस्टेरोन स्तर के कारण अंडाशय में सिस्ट बनने लगते हैं और मासिक धर्म चक्र में व्यवधान उत्पन्न होता है। इसके अलावा, मानसिक तनाव, गलत आहार और जीवनशैली में असंतुलन भी पीसीओएस के कारणों को बढ़ा सकते हैं।

इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) एक और महत्वपूर्ण कारण है, जो पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इंसुलिन प्रतिरोध होने पर शरीर का इन्सुलिन अधिक उत्पन्न होता है, जिससे शरीर के अन्य हार्मोनल स्तरों पर असर पड़ता है। इस असंतुलन से ओवुलेशन (ovulation) पर भी प्रभाव पड़ता है, जिससे गर्भधारण में परेशानी हो सकती है।

अनुवांशिक कारण भी इस स्थिति को उत्पन्न करने में मदद कर सकते हैं। यदि परिवार में किसी महिला को पीसीओएस है, तो आपको भी इस स्थिति का सामना करने का खतरा हो सकता है। इसलिए यदि आपके परिवार में पीसीओएस का इतिहास है, तो आपको इस बारे में जागरूक रहना चाहिए और समय पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

कारण:

  1. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance):
  2. पीसीओएस का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन है। इस स्थिति में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है, जो अंडाशय में सिस्ट के बनने का कारण बनता है। इसके साथ ही, महिलाओं के अन्य हार्मोन, जैसे कि ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) और फॉलिकल-स्टिमुलेटिंग हार्मोन (FSH) में भी असंतुलन हो सकता है।

  3. इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance):
  4. पीसीओएस में शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रभाव को कम समझती हैं, जिससे शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है। यह इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनता है, जो हार्मोनल असंतुलन को बढ़ाता है।

  5. आनुवंशिक कारण (Genetic Factors):
  6. पीसीओएस एक आनुवंशिक समस्या हो सकती है। यदि आपके परिवार में किसी महिला को पीसीओएस है, तो आपको भी इस स्थिति का सामना करने का खतरा हो सकता है।

  7. मानसिक तनाव (Stress):
  8. मानसिक तनाव भी पीसीओएस के कारणों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लंबे समय तक तनाव के कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन उत्पन्न होता है।

  9. जीवनशैली और आहार (Lifestyle and Diet):
  10. अस्वस्थ आहार, शारीरिक निष्क्रियता, और अत्यधिक वजन बढ़ने से पीसीओएस के कारणों में वृद्धि हो सकती है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम इस स्थिति को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।

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पीसीओएस का इलाज (Treatment of PCOS)

पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) का इलाज पूरी तरह से संभव नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। यह एक स्थायी स्थिति नहीं है, और सही उपचार से इसके लक्षणों को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है। पीसीओएस के इलाज में मुख्य रूप से हार्मोनल असंतुलन को ठीक करना, मासिक धर्म चक्र को नियमित करना और गर्भधारण में मदद करना शामिल है।

इसके अलावा, वजन घटाना, जीवनशैली में बदलाव और मानसिक तनाव को कम करने के उपाय भी उपचार का अहम हिस्सा होते हैं। सही समय पर इलाज और नियमित निगरानी से महिलाएं पीसीओएस के प्रभाव को कम कर सकती हैं और अपने सामान्य जीवन को सुगम बना सकती हैं।

  1. दवाइयाँ (Medications):
  2. डॉक्टर ओसीपी (Oral Contraceptive Pills) और मेटफॉर्मिन (Metformin) जैसी दवाइयाँ दे सकते हैं, जो हार्मोनल असंतुलन को सुधारने में मदद करती हैं और मासिक धर्म चक्र को नियमित करती हैं।

  3. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes):
  4. सही आहार, नियमित व्यायाम और वजन घटाने से पीसीओएस के लक्षणों में सुधार हो सकता है। संतुलित आहार से इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।

  5. सर्जरी (Surgery):
  6. यदि दवाइयाँ और जीवनशैली में बदलाव से मदद नहीं मिलती, तो डॉक्टर लैप्रोस्कोपी (Laparoscopy) का विकल्प दे सकते हैं, जिसमें अंडाशय के सिस्ट को हटाया जाता है।

  7. हार्मोनल उपचार (Hormonal Treatments):
  8. कुछ महिलाओं को हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने के लिए हॉर्मोनल थेरेपी की आवश्यकता होती है। यह उपचार मासिक धर्म चक्र को सामान्य करने में मदद करता है।

पीसीओएस के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for PCOS)

घरेलू उपायों के माध्यम से भी पीसीओएस के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। कुछ सामान्य घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:

  1. दारचीनी (Cinnamon):
  2. दारचीनी का सेवन शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और वजन घटाने में सहायक होता है।

  3. ताजे फल और सब्जियाँ (Fresh Fruits and Vegetables):
  4. ताजे फल और सब्जियाँ खाने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं और शरीर का वजन नियंत्रित रहता है।

  5. नियमित योग (Regular Yoga):
  6. योग और प्राणायाम से मानसिक तनाव कम होता है और हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित किया जा सकता है।

PCOS एक आम और गंभीर स्थिति है, जो महिलाओं के जीवन को प्रभावित करती है। हालांकि इसका इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। दवाइयाँ, जीवनशैली में बदलाव, और घरेलू उपाय इस स्थिति को सुधारने में मदद कर सकते हैं। यदि आपको पीसीओएस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें और उपचार शुरू करें।

यदि आप पीसीओएस से जूझ रही हैं और आपको इलाज की आवश्यकता है, तो क्रिस्टा IVF सेंटर पटना IVF centre in patna से संपर्क करें। हमारी अनुभवी चिकित्सक टीम आपकी समस्या को समझते हुए, उचित उपचार प्रदान करेगी।

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