अंडा दान क्या है और यह कैसे काम करता है?

अंडा दान क्या है और यह कैसे काम करता है, egg donation and how does it work

(What is egg donation and how does it work?)

अंडा दान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक महिला दूसरी महिला को गर्भधारण में मदद के लिए उसे अपने अंडे दान करती है। इस प्रक्रिया को आईवीएफ IVF के जरिए पूरा किया जाता है जिसमें अंडों को लैब में निषेचित किया जाता है। इसकी मदद से 18 से 54 साल की उम्र की महिलाएं माँ बन पाती हैं। यह एक बहुत ही संवेदनशील प्रक्रिया है जिसमें दोनों पक्षों की महिलाओं की आपसी सहमति आवश्यक है। केवल वही महिलाएं इस प्रक्रिया से गुजर सकती हैं जो शारीरिक रूप से इसके लिए तैयार हों। 

एक महिला कब अपना सकती है अंडा दान? (When can a woman adopt egg donation?)

ऐसी कई सारी परिस्थितियाँ हैं जिनमें एक महिला को अंडा लेने की जरूरत पड़ सकती है। चलिए अब हम इन परिस्थितियों के बारे में बात करते हैं:

  • आमतौर पर 35 साल की उम्र के बाद महिलाएं खुद के अंडों का उत्पादन नहीं कर पाती हैं। ऐसे में उन्हें दूसरी महिला से अंडे को लेना पड़ता है ।
  • अगर 30 से 35 साल की उम्र में कोई महिला मेनोपॉज प्राप्त कर चुकी है एवं उसके बाद उसे मां बनने की चाह हो तो अंडे लेकर वह बच्चे को पैदा कर सकती है।
  • अगर किसी महिला के मेडिकल ट्रीटमेंट की वजह से उसकी ओवरीज को नुकसान हो चुका है या फिर उसके पैदा होने के वक्त से ही उसके अंदर ओवरीज ना हो ऐसे में वह दान किए हुए अंडे का इस्तेमाल कर सकती है।
  • अगर गर्भधारण में कई बार असफल हो चुके हैं और उसमें अलग-अलग तरह की जटिलताएं आ रही हो तो ऐसे में भी अंडे लेने की जरूरत पड़ सकती है।

अंडा दान की प्रक्रिया कैसे काम करती है (How does the egg donation process work?)

अंडा दान Egg donation के लिए सबसे पहले एक स्वस्थ अंडा दान करने वाले की खोज की जाती है जिसके लिए उसे कुछ शर्ते पूरी करनी होती है जैसे, डोनर की उम्र 30 साल से कम होनी चाहिए। यह बहुत जरूरी है कि डोनर सिगरेट या फिर शराब आदि ना लेती हो, डोनर में ड्रग्स की लत नहीं होनी चाहिए, उसे शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए, उसके अंदर किसी भी तरह की अनुवांशिक बीमारियां ना हों, आदि।

डोनर को चुनने के बाद उसे हार्मोन थेरेपी दी जाती है जिससे अंडे बनते हैं। इन अंडों को इंजेक्शन के जरिए शरीर से निकाला जाता है। दान किए गए अंडे भविष्य में इस्तेमाल के लिए डीफ़्रोस्ट किए जाते हैं या फिर किसी दूसरे प्राप्तकर्ता के गर्भाशय में डालने के लिए तुरंत फर्टिलाइज कर दिए जाते हैं जिससे कि वह गर्भधारण कर सके।

क्या अंडा दान करने की प्रक्रिया दर्दनाक होती है? (Is the process of donating eggs painful?)

अंडा दान करने की प्रक्रिया दर्दनाक नहीं होती है लेकिन इसमें कुछ इंजेक्शंस दिए जाते हैं जिसमें ना के बराबर दर्द होता है। इसके अलावा इस प्रक्रिया के लिए डोनर को अस्पताल में 1 से 2 दिन बिताने पड़ते हैं। भारत देश में सबसे ज्यादा एग डोनर होते हैं। आमतौर पर जो जो महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर है वह अतिरिक्त पैसा कमाने के लिए अंडा दान करती हैं। यह आर्टिफिशियल तरीके से गर्भवती होने के तरीकों में से एक है। आईवीएफ प्रक्रिया में डोनर एग की सफलता दर काफी ज्यादा है और जिन दंपति के संतान नहीं हो पा रही है यह उनके लिए एक वरदान है।

अंडा दान करने से होने वाली दिक्कतें (Problems of donating eggs)

अंडा दान करने से कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं जो कि नीचे दी गई हैं:

प्रजनन दवाएं (fertility drugs)

पहले आपकी एसटीआई एजेंसी के द्वारा स्क्रीनिंग की जाती है ताकि आपके अंदर की बीमारियों की जांच की जा सके। अगर आप स्क्रीनिंग में पास हो जाती हैं तो आपकी प्राकृतिक साइकिल को दबाने के लिए एक फर्टिलिटी दवा दी जाती है जिससे कि आपका और प्राप्तकर्ता का चक्र एक जैसा हो जाए। इन दवाओं के कुछ बुरे प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे सर दर्द, उल्टी, वजन बढ़ना, सूजन, ओवरी हाइपरस्टिमुलेशन सिंड्रोम, भविष्य में दुर्बलता आदि।

मनोवैज्ञानिक परेशानी (psychological distress)

ऐसे में आपका मूड स्विंग भी हो सकता है जैसे हताशा, चिड़चिड़ापन, अवसाद, आदि।

पेट में दर्द (stomach ache)

अंडे को दोबारा से प्राप्त करने की प्रक्रिया की वजह से पेट में काफी दर्द हो सकता है। इसी वजह से डॉक्टर के द्वारा महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि वह इस प्रक्रिया से गुजरने के बाद कठिन गतिविधियां करने से बचें।

ओवरीज के सिकुड़ने में 7 दिन के आसपास का समय लगता है। अंडा दान करने की प्रक्रिया से जुड़े हुए बुरे परिणाम सामान्य तौर पर गंभीर नहीं होते हैं और कुछ ही दिनों में कम भी हो जाते हैं। लेकिन यदि आपको काफी ज्यादा सूजन या फिर दर्द होता है जोकि दवा से ठीक ना हो रहा हो या फिर आपकी योनि से काफी रक्तस्राव हो रहा हो या फिर बेहोशी के साथ उल्टी आ रही हो तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।

अंडा प्रदाताओं को इस प्रक्रिया के बाद 1 घंटे तक सेक्स ना करने की सलाह दी जाती है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको अधिक दर्द और परेशानी हो सकती है।

यदि आप अंडा दान करने के बारे में सोच रही हैं या फिर प्रजनन संबंधी किसी भी समस्या से जूझ रही हैं तो आपको क्रिस्टा आईवीएफ Crysta IVF के पास जाने की सलाह दी जाती है। यह भारत का सबसे ज्यादा विश्वसनीय फर्टिलिटी हेल्थ सेंटर है जो प्रजनन संबंधी कई प्रकार के उपचार प्रदान करता है। यहां पर आपको विश्वस्तरीय ट्रीटमेंट बहुत ही जायज दामों पर मिलता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

डोनर एग प्रक्रिया क्या है?

डोनर एग प्रक्रिया एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति अपने अंडानुवंशी को एक अन्य व्यक्ति को दान करता है। इसमें उपयुक्त मेडिकल प्रक्रियाएं अनुसंधान, तैयारी और स्थानीय नियामकन के साथ की जाती हैं ताकि सफलता से यह प्रक्रिया संपन्न हो सके।

डोनर एग की जरूरत कब पड़ती है?

डोनर एग की जरूरत तब पड़ती है जब किसी व्यक्ति को अपने अंडानुवंशी की जरूरत होती है, लेकिन वह स्वयं नहीं प्राप्त कर सकता। इसका उपयोग विभिन्न माध्यमों, जैसे कि इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) या इंट्रा-स्पर्म इंजेक्शन (ICSI), के द्वारा हो सकता है।”

डोनर अंडे से गर्भवती होने में कितना समय लगता है?

डोनर अंडे का उपयोग करके गर्भधारण में समय विभिन्न कारणों पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: यह कुछ सप्ताहों से लेकर कुछ महीनों तक का समय ले सकता है।

डोनर एग प्रेगनेंसी कैसे काम करती है?

डोनर एग प्रेगनेंसी में, एक महिला दूसरी महिला के अंडानुवंशी का उपयोग करती है। डोनर अंडे एक IVF (In Vitro Fertilization) प्रक्रिया के भाग के रूप में प्राप्त किए जाते हैं, जिसमें अंडा और शुक्राणु को पेट्री डिश में मिलाया जाता है। उसके बाद, उपयोगकर्ता महिला को इस उत्पन्न एम्ब्रियो को अपने गर्भ में स्थापित करने के लिए एक प्रयास किया जाता है। इसके पश्चात्, यदि सफल, गर्भधारण हो सकता है और उपयोगकर्ता महिला गर्भवती हो सकती है।

क्या डोनर एग ज्यादा सफल होता है?

डोनर एग की सफलता व्यक्ति की स्वास्थ्य, उम्र, और अन्य कारकों पर निर्भर करती है और यह सामान्यत: व्यक्तिगत परिस्थितियों पर निर्भर करती है, इसलिए सफलता में कोई स्थायिता नहीं होती है।

आईवीएफ के लिए कितने अंडे चाहिए?

आईवीएफ (In Vitro Fertilization) के लिए आमतौर पर एक सत्र में 10 से 15 अंडे प्राप्त करना उचित माना जाता है, लेकिन यह व्यक्ति की चिकित्सा स्थिति पर भी निर्भर कर सकता है।

अंडा दान करने के कितने समय बाद आप गर्भवती हो सकती हैं?

अंडा दान के बाद, गर्भधारण में समय व्यक्ति की शारीरिक और चिकित्सा स्थिति पर निर्भर करता है, लेकिन आमतौर पर गर्भधारण में पहले 2-3 महीने में सकारात्मक परिणाम हो सकते हैं।

क्या अंडा दान करने से आपका वजन बढ़ता है?

अंडा दान करने से व्यक्ति का वजन बढ़ना सीधे रूप से नहीं होता है। वजन बढ़ने में आयु, आहार, और शारीरिक गतिविधियों का प्रभाव होता है। अंडा दान के बाद व्यक्ति को स्वस्थ आहार लेने और शारीरिक सक्रियता को बनाए रखने की सिफारिशें मिलती हैं, जिससे सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद हो सकती है।

Ritish Sharma

Ritish Sharma is a professional healthcare writer who has a good understanding of medical research and trends. He has expertise in clearly communicating complex medical information in an easy-to-understand manner. His writing helps people make informed decisions about their health and take control of their well-being.